हरियाणा सरकार वापस लेगी छात्रों से टैबलेट, शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी

चंडीगढ़: ई-अधिगम योजना के तहत कक्षा नवमी से 12वीं तक के छात्राओं को शिक्षा के लिए टैबलेट प्रदान किए गए थे, अब इन टैबलेट को वापस लेने का निर्णय लिया गया है। और अभी टैबलेट छात्रों को नहीं दिए जाएंगे। इसके पीछे की वजह बताते हुए कहां है कि इन टैबलेट का छात्र दुरुपयोग कर रहे हैं। और बच्चों की पढ़ाई पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।

इसके अलावा विपक्ष ने कहा कि असली समस्या टैबलेट नहीं बल्कि स्कूलों में इंटरनेट, बिजली और आधारभूत ढांचे की कमी है। शिक्षा मंत्री महिपाल सिंह ढांडा ने यह बताया कि टैबलेट योजना छात्रों के हित के लिए शुरू की गई थी लेकिन लगातार मिल रही शिकायतों के बाद अब इसे बंद करना पड़ रहा है।

उन्होंने यह भी बताया कि सरकार तकनीक के उपयोग के ख़िलाफ़ नहीं हैं बल्कि उसका सही और सकारात्मक इस्तेमाल होना चाहिए महिपाल सिंह ढांडा जीने का स्पष्ट किया कि अब टैबलेट का उपयोग केवल उन्हीं क्षेत्रों में किया जाएगा जहाँ उनकी निगरानी और नियंत्रण उपयोग सुनिश्चित हो सके।

5 लाख छात्रों को मिले थे फ़्री टैबलेट

कोविड-19 महामारी के समय में ऑनलाइन शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए क़रीब 5 लाख छात्राओं को मुफ़्त टैबलेट और डाटा पैक को उपलब्ध कराए गए थे। जिसके लिए योजना पर लगभग 420 करोड़ रुपये ख़र्च हुए थे। अभिभावकों और पंचायतों से मिली शिकायतों के अनुसार बच्चे टैबलेट उपयोग पढ़ाई की बजाय गेम फ़िल्म में और आपत्तिजनक वेबसाइट देखने में कर रहे थे। कुछ छात्रों ने भी माना कि टैबलेट मिलने के बाद उनकी पढ़ाई से रुचि कम हुई है।

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