दिल्ली में बीजेपी की सरकार ने चुनाव के समय महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का बड़ा वादा किया था। इस योजना का नाम है महिला समृद्धि योजना। इसका मकसद है आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को वित्तीय मदद देना, ताकि वे अपने परिवार का बेहतर ढंग से ख्याल रख सकें। लेकिन सरकार बनने के चार महीने बाद भी ये स्कीम शुरू नहीं हो पाई है। आइए जानते हैं, ये योजना क्या है और इसमें देरी क्यों हो रही है?
क्या है महिला समृद्धि योजना?
ये योजना दिल्ली की उन महिलाओं के लिए है, जिनके परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम है। सरकार ने कहा था कि ऐसी महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने 5100 करोड़ रुपये का बजट भी रखा है। योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को आधार से जुड़ा बैंक खाता और आय प्रमाण पत्र देना होगा। सरकार एक ऑनलाइन पोर्टल भी बना रही है, जहां रजिस्ट्रेशन होगा।
क्यों हो रही है देरी?
बीजेपी ने 8 मार्च 2025 को महिला दिवस के मौके पर इस योजना को शुरू करने का ऐलान किया था। लेकिन अब तक रजिस्ट्रेशन शुरू नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का कहना है कि ये कोई जल्दबाजी का काम नहीं है। डेटा जमा करने, पात्रता जांचने और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में समय लग रहा है। इसके लिए एक कमेटी भी बनाई गई है, जिसमें रेखा गुप्ता के साथ मंत्री प्रवेश साहिब सिंह, आशीष सूद और कपिल मिश्रा शामिल हैं।
विपक्ष का हमला
आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस इस देरी को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। AAP नेता आतिशी ने कहा कि बीजेपी ने महिलाओं से झूठा वादा किया। उनका कहना है कि न तो पैसा दिया गया और न ही रजिस्ट्रेशन के लिए कोई पोर्टल तैयार है। विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी ने सिर्फ वोट लेने के लिए ये वादा किया था।
क्या होगा आगे?
रेखा गुप्ता ने कहा है कि योजना जल्द शुरू होगी और कोई भी पात्र महिला इससे वंचित नहीं रहेगी। लेकिन अभी तक रजिस्ट्रेशन की तारीख का ऐलान नहीं हुआ है। दिल्ली की महिलाएं इस योजना का इंतजार कर रही हैं, क्योंकि ये उनके लिए बड़ी आर्थिक मदद हो सकती है।