स्कूल के बच्चों के लिए खुशखबरी है। 1 मई 2025 से चार राज्यों में 46 दिन की लंबी छुट्टियां घोषित हुई हैं। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश शामिल हैं। गर्मी की छुट्टियों का शेड्यूल जारी हो चुका है। बच्चे और अभिभावक इस खबर से उत्साहित हैं। स्कूलों ने छुट्टियों का कैलेंडर अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। आइए, इन छुट्टियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
उत्तर प्रदेश में गर्मी की छुट्टियां
उत्तर प्रदेश में स्कूल 1 मई से 15 जून तक बंद रहेंगे। यह अवधि कुल 46 दिन की होगी। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं। गर्मी के कारण बच्चों को राहत देने के लिए यह फैसला लिया गया। लखनऊ और कानपुर जैसे शहरों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर जा रहा है। स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों के दौरान कुछ खास गतिविधियां भी होंगी। कई स्कूल ऑनलाइन समर कैंप आयोजित करेंगे। इन कैंप में बच्चे नृत्य, चित्रकला और गायन सीख सकेंगे।
बिहार में गर्मी की छुट्टियां
बिहार में भी 1 मई से छुट्टियां शुरू होंगी। बिहार शिक्षा बोर्ड ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को सूचित कर दिया है। छुट्टियां 15 जून तक चलेंगी। पटना, गया और मुजफ्फरपुर में स्कूल इस शेड्यूल का पालन करेंगे। अभिभावकों का कहना है कि लंबी छुट्टियां बच्चों के लिए फायदेमंद हैं। बच्चे इस दौरान परिवार के साथ समय बिता सकेंगे। कुछ स्कूलों ने होमवर्क की सूची भी जारी की है। यह होमवर्क बच्चों को छुट्टियों में व्यस्त रखेगा।
राजस्थान में गर्मी की छुट्टियां
राजस्थान में गर्मी का प्रकोप सबसे ज्यादा है। इसीलिए वहां भी 46 दिन की छुट्टियां घोषित की गई हैं। 1 मई से शुरू होकर ये छुट्टियां 15 जून तक रहेंगी। जयपुर, जोधपुर और उदयपुर के स्कूलों में यह शेड्यूल लागू होगा। राजस्थान शिक्षा विभाग ने स्कूलों से गर्मी में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। कई स्कूलों ने छुट्टियों के दौरान ऑनलाइन क्लासेस की योजना बनाई है। ये क्लासेस वैकल्पिक होंगी। बच्चे अपनी रुचि के अनुसार इनमें शामिल हो सकेंगे।
मध्य प्रदेश में गर्मी की छुट्टियां
मध्य प्रदेश में भी यही शेड्यूल लागू होगा। भोपाल, इंदौर और ग्वालियर के स्कूल 1 मई से बंद हो जाएंगे। छुट्टियां 15 जून तक चलेंगी। मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को समय पर सूचना दी है। कुछ स्कूलों ने बच्चों के लिए समर प्रोजेक्ट्स तैयार किए हैं। इन प्रोजेक्ट्स में पर्यावरण, विज्ञान और कला से जुड़े काम शामिल हैं। अभिभावकों का कहना है कि यह बच्चों के लिए सीखने का अच्छा मौका है।
इन चार राज्यों में छुट्टियों का शेड्यूल एक समान है। कुल 46 दिन की छुट्टियां बच्चों को मौज-मस्ती का मौका देंगी। बच्चे इस दौरान अपने शौक पूरे कर सकेंगे। कई परिवार छुट्टियों में हिल स्टेशन या गांव जाने की योजना बना रहे हैं। कुछ अभिभावक अपने बच्चों को समर कैंप में भेजेंगे। इन कैंप में खेल, योग और नेतृत्व कौशल सिखाए जाएंगे।
शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि लंबी छुट्टियां बच्चों के लिए जरूरी हैं। इससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास होता है। हालांकि, वे सलाह देते हैं कि बच्चे पढ़ाई से पूरी तरह दूर न रहें। रोजाना थोड़ा समय पढ़ाई के लिए निकालना चाहिए। इससे अगली कक्षा की तैयारी में मदद मिलेगी।
कुल मिलाकर, ये 46 दिन की छुट्टियां बच्चों के लिए यादगार होंगी। चार राज्यों के स्कूलों ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। बच्चे और उनके परिवार इस खबर से खुश हैं। अब बस इंतजार है 1 मई का, जब से छुट्टियों की शुरुआत होगी।